सं.पु.
सं.भिल्ल
1.प्राचीन काल में राजपूताना, सिंघ और मध्य भारत के जंगलों व पहाड़ों में पाई जाने वाली एक अनुसूचित जाति।
2.इस जाति का व्यक्ति।
- उदा.--1..मैंणौ पेंणू मेर बावरौ बिळाळा बै'ता भाळौ थोरी भील रात रा मांगै रै'ता।
- उदा.--2..दोय आदमी साथ लेनै जिण मेवासा में भील रहतौ तठै ही आप जाय पहौंती।--प्रतापसिंघ म्होकमसिं री बात
अल्पा.
भीलड़ौ। पर्याय--तांडी, कमठाळ, आहेड़ी, कांडी, सांवळौ, नायक।