सं.पु.
सं.मृ+उ
1.वह भूभाग या प्रदेश जहां पानी न हो, केवल रेत के सूखे मेदान या टीले हों, रेगिस्तान, नरु--भूमि।
2.मारवाड़ व उसके आस पास का भू--भाग।
3.वह पर्वत जो जल रहित हो।
4.सूर्यवंशी राजा शीघ्र का उत्तराधिकारी एक राजा।
- उदा.--मरु जिण सुतण तपोबळ मंडै। खित गलिका परगट नव खंडै।--सू.प्र.
5.विदेह देश का एक निमिवंशीय राजा, जो हर्यश्व जनक नामक राजा का पुत्र था।
6.एक दैत्य जो नरकासुर का प्रमुख सहायक था।