HyperLink
वांछित शब्द लिख कर सर्च बटन क्लिक करें
 

मलिक     (स्त्रीलिंग--मलिका)  
शब्दभेद/रूपभेद
व्युत्पत्ति
शब्दार्थ एवं प्रयोग
सं.पु.
अ.
1.बादशाह, सम्राट।
  • उदा.--कवि कहइ सुजस, सद मलिक स्री अहिमद, दलइ दूजण मद सुहडवरौ।--व.स.
2.शासक, अधीश्वर नबाब।
  • उदा.--पणि कस्या एक पातसा स्री अकबर। जंबू द्वीप मांहइ प्रवरत्ततु छइ, अन्य पराय रांणा, मांटा मीर मलिक, माहाभड़ खांन, खोजा सर क्षिल साहणा, ते सघला करइ सेवा........।--व.स.
3.बादशाही दरबार में होने वाली एक उपाधि।
  • उदा.--किसा एक जे छइ राजाधिराज स्रीमहिमूद पातसाह। खांन खोजा मलिक मीरूंबरा मलांणा सहण सलेदार तेहि करी सेवायमांन।--व.स.
रू.भे.
मलिक।


नोट: पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस संकलित वृहत राजस्थानी सबदकोश मे आपका स्वागत है। सागर-मंथन जैसे इस विशाल कार्य मे कंप्युटर द्वारा ऑटोमैशन के फलस्वरूप आई गलतियों को सुधारने के क्रम मे आपका अमूल्य सहयोग होगा कि यदि आपको कोई शब्द विशेष नहीं मिले अथवा उनके अर्थ गलत मिलें या अनैक अर्थ आपस मे जुड़े हुए मिलें तो कृपया admin@charans.org पर ईमेल द्वारा सूचित करें। हार्दिक आभार।






राजस्थानी भाषा, व्याकरण एवं इतिहास

Project | About Us | Contact Us | Feedback | Donate | संक्षेपाक्षर सूची