सं.पु.
सं.
1.मनुष्य, पशु व पक्षियों आदि के शरीर का वह अंश जो हड्डी के ऊपर तथा चमड़ी के नीचे रहता है तथा खून, नाड़ियों आदि से भिन्न होता हे। यह चिकना एवं मुलायम तथा लाल रंग का होता है, गोश्त, आमिष।
- उदा.--1..जस चाहै वाहै जिकौ मांसां चूकी हड्ड। अखियातां बातां वचै, जरा काळ डर छड्ड।--बां.दा.
- उदा.--2..लुगायां रै कूख री थैलियां अर हांचळां रै मांस री म्हनै अणूं ती भावड़ हे। मांस रै हिसाब सूं ऐ सांमी भूंडी चीजां है।--फुलवाड़ी
2.कुछ विशिष्ट प्राणियों (पशु--पक्षियों) का गाूश्त जो प्राय: खाने में काम आता हे।
पर्याय.--आंमिख, कासम, कीन, कव्य, तरस, तेजभव, पह, पलल, पिसित, मेदकर, रक्तभव।