सं.पु.
सं.भ्रक्षणं
1.दही को मथकर निकाला जाने वाला सार तत्व, जो अत्यन्त स्निग्ध होता है और जिसको तपाकर घी। निकाला जाता है, नवनीत, मक्खन। (ह.नां.मा.)
- उदा.--1..एकर एक कागला रै माखण मीसरी लाग्योड़ी एक रोटी हाथ आई।--फुलवाड़ी
- उदा.--2..सुरंगा वेस, दूध, दही, छाछ अर माखण सूं लथपथ व्हैगा।--फुलवाड़ी
रू.भे.
मक्खन, मखण, मखन, मांकण, मांकुण, मांखण, माखन।
अल्पा.
मखनी, माखणियौ। मह.--माखणड़ौ।
पर्याय.--तक्रसार, दधसार, नवनीत, नवोघ्रति, नैगवीन, परघ्रत, मधुर, मेळसरुज, सरज, सारज।