सं.पु.
फा.
1.मिट्टी के तेल से रासायनिक क्रिया द्वारा निकाला जाने वाला चिकना एवं गाढा पदार्थ, जिसकी बत्तियें बना कर उजाले के लिये जलाई जाती है।
- उदा.--जिण सिर बाहै खग्ग बळ, देव सराहै जोय। हसलह अटक्का मोम सम, हुवै बटक्का दोय।--रा.रू.
2.शहद की मक्खियों द्वारा छत्ता बनाने का चिकना व नरम पदार्थ।