सं.पु.
स.यमं
1.दमन, निग्रह।
4.चित्त को धर्म मैं रखने वाले कर्मों का साधन।
5.योग के आठ अंगों में से प्रथम। वि.वि.--योग के आठ अंग निम्न हैं:--
6.एक साथ उत्पन्न बच्चों का जोड़ा।
7.देखो 'जम' (रू.भे.) क्रि.वि.
1.ऐसे, इस प्रकार।
- उदा.--सुगत वचन रणजीत यम आगम असुर समाज। मनहु जुत्थ मातंग पर, लखि गमन्यौ भ्रगराज।--ला.रा.,
- उदा.--2..प्रथम त्रीय मत बा'र पढ, अख पद बियौ अठार। चौथै पनरह मात रच, यम गाथा उच्चार।--र.ज.प्र.
2.ज्यूं, जैसे।
- उदा.--त्यांहां जइ तेह नि विरहि, लगाडूं प्रीतकरि यम नारि। गुण अैसी कल थांमि नहीं, राई धिक तेहनु अवतार।--नळाख्यांन