HyperLink
वांछित शब्द लिख कर सर्च बटन क्लिक करें
 

राखी  
शब्दभेद/रूपभेद
व्युत्पत्ति
शब्दार्थ एवं प्रयोग
सं.स्त्री.
1.श्रावण शुक्ला पूर्णिमा की तिथि, जिस दिन हिन्दुओं में, बहनें अपने भाइयों के तथा प्रोहित-ब्राह्मण अपने यजमानों के हाथ की कलाई के मंगल-सूत्र (रक्षा-बंधन) बांधते हैं। वि.वि.--हिन्दुओं में यह पर्व दिन माना जाता है और इस दिन बड़ा त्यौहार मनाया जाता है। ब्राह्मण इस दिन तर्पण करके जनेऊ बदलते हैं।
2.उक्त दिन को बांधा जाने वाला मंगल-सूत्र, रक्षा-बंधन।
3.गंडा-ताबीज,
अल्पा.
राखड़ी, रखड़ी


नोट: पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस संकलित वृहत राजस्थानी सबदकोश मे आपका स्वागत है। सागर-मंथन जैसे इस विशाल कार्य मे कंप्युटर द्वारा ऑटोमैशन के फलस्वरूप आई गलतियों को सुधारने के क्रम मे आपका अमूल्य सहयोग होगा कि यदि आपको कोई शब्द विशेष नहीं मिले अथवा उनके अर्थ गलत मिलें या अनैक अर्थ आपस मे जुड़े हुए मिलें तो कृपया admin@charans.org पर ईमेल द्वारा सूचित करें। हार्दिक आभार।






राजस्थानी भाषा, व्याकरण एवं इतिहास

Project | About Us | Contact Us | Feedback | Donate | संक्षेपाक्षर सूची