सं.पु.
1.किसी राज्य या राजा की वह सभा या बैठक जिसमें राज्य के राजा सहित सभी मंत्री एवं सामंत उपस्थित होते हैं और जिसके द्वारा शासन का संचालन किया जाता है। राजा की सभा।
- उदा.--1..लाधूरांम राजदरबार रौ इतौ वडौ निधड़क चौधरी होवतां थकां भी, भूत-पलीत, डोरा-डंडा, देई-देवता अर डाकण-स्यारी नै कदै ही कूड़ा नीं बतावै।--दसदोख,
- उदा.--2..राजाजी फरमायौ के बीज रै चांद री खुसियां मनायां पछै वै राज-दरबार सूं पाधरा पोहरै चढ-जावै।--फुलवाड़ी
2.वह स्थान या कक्ष, जहां उक्त सभा बैठती है या जुड़ती है।