सं.पु.
1.संसार, जगत्।
- उदा.--1..नारायण रा नांम सूं, लोक मरत है लाज। बूडैला बुध बायरा, जळ बिच छोड जिहाज।--ह.र.
- उदा.--2..चैत मास री चांदणी, सरस बधी संग सोक। जांण आज खुसजाइला, लोम सरां सह लोक।--र.हमीर
2.समाज।
- उदा.--नायण जिण में गुण नहीं, लोक कुटुंब लड़ैह। पंथ बह्यां इण प्रेम रै, परबस प्रांण पड़ैह।--र.हमीर
3.ऐसी जगह या स्थान जिसका बोध देखने से होता है।
4.विभिन्न प्राणियों का विशिष्ट निवास स्थान। ज्यूं--जीवलोक, मनुष्यलोक, देवलोक आदि।
5.पुराणानुसार माने गये वह स्थान जहाँ भगवान् के भक्त मरणोपरान्त जाकर रहते हैं। वि.वि.--पृथ्वी, स्वर्ग और पाताल लोक ये तीन तीन लोक माने गये हैं, परन्तु आगे चलकर विभिन्न विद्वानों के मतानुसार 14 लोक माने जाने लगे, जिनमें सात ऊर्ध्व लोक एवं सात अधः लोक। भूर्लोक, भुवर्लोक, स्वर्लोक, महर्लोक, जनर्लोक, तपर्लोक और सत्यलोक, ये सात ऊर्ध्व लोक हैं। अतल, वितल, सतल, रसातल, तलातल, महातल और पाताल ये सात अधःलोक हैं।
6.प्रजा, जनता।
- उदा.--1..तिण ऊपरै रजपूत बेसै तिको इसड़ी आखडी पाळै, तिकौ इज बेसै नहीं तौ तलाक छै। गांव रौ धणी पाटवी नै छै। और लोक नचंत वेठौ व्यापारी नचिंत।--रांमदास वेरावत री आखडी री वात,
- उदा.--2..आवे मीर गांव ऊतरियौ, धूजै लोक तुरक अत धरियौ। इसड़ी ताल 'पाल' हर आया, दुयणां निजर कूँत दरसाया।--रा.रू.
- उदा.--3..कोटवाळ कन्है आदमी गयौ, बोलाय ल्याया। कोटवाळ पत्र ढूंढियौ लोक भेळा हुआ।--खापरे चोर री वात
7.सेना, फौज।
- उदा.--1..अठै जादुराय रा असवार हजार छव मार्या गया। तथा मा'राज खनैं हजार तीनक लोक रयौ।--द.दा.
- उदा.--2..जोधांणै 'माल' अजैगढ 'जेतौ' 'कूंप' बीकपुर राज करै। लाखां लोक चढे ज्यां लारै, दिली आगरौ दहूं डरै।--जेता कूंपा रौ गीत,
- उदा.--3..जद कुँवर चांदसिंघ सिवसिंघोत नै किसनसिंघ सादावत दोनूँ पांच हजार लोक ले चढिया।--बां.दा.ख्यात
- उदा.--4..तद पाछा फिर खेतसी नूं मारियौ जुहर हुवौ लोक घणौ कांम आयौ।
8.परिग्रह, परिजन।
- उदा.--1..रांणीजी मास 1।। दोढ बीकानेर रहि अर रांणीजी रै टीकै री पहिरावणी लोकां नूं दे अर वळै राजाजी रा तेड़ाया ताहरां राजाजी दिसा सिधाया।--द.वि.
- उदा.--2..तद चहुवांण मंडळीक री घोड़ियां रा पूंछ वाढिया, अर भैसियां रा मगर तेल सूं बाळिया। तरै ओ किसो मन में राखि अर आपरे लोकां में समचो कर अर आपरा मांमा सूं चूक कियौ।--नैणसी
- उदा.--3..तद इयै राजा सांम्हां आपरा परधांन मेल्हीया। कुंवर पासै आय पूछण लागा कैरौ साथ छै। तद कुंवर रा लोकां कही कुंवर वीरभांन छै फलांणा रौ बेटौ छै सु बापरै पासै आवै छै देसौटै गयौ हंतौ तिक आयौ छै।--चौबोली
9.व्यक्तियों का समूह, झूण्ड, दल।
- उदा.--तद तलवाड़ै थी चहुवांण पीहर गई बाहड़मेर। लोक साथै घणौ हुतौ, सु चहुवांणां रै उजाड़ रोज घणौ करे।--नैणसी
10.कृषक, किसान।
- उदा.--1..खेड़ौ सूनौ बसीवांन लोक को नहीं। गांगारड़ै रा लोक खेत खड़ै।--नैणसी
- उदा.--2..रा.मानसिंघ मुरारदास री बसीरा लोक खेत खड़ै।--नैणसी
- उदा.--3..खेत सखरा सेंवज गेहूँ चिणा हुवै। सेझौ नहीं काहथ वासणी रा लोक बाहै।--नैणसी
11.साथ।
- उदा.--पछै आप सारा लोकां सूं अरोगण पधारिया। त्यां परीसारौ हुओ। सारै साथ नूँ सीरौ, तरकारियां, भाजी, इण भांति परीसारौ हुओ। लोक जीमियौ। आप ही अरोगिया।--नैणसी
13.बत्तख की तरह का एक प्रकार का बड़ा पक्षी।
14.सात या चौदह की संख्या * (डिं.को.)
अल्पा.
लोकड़ौ, लोकौ, लोगड़ौ।