सं.स्त्री.
सं.वर्षा
1.बरसने की क्रिया या भाव।
2.आकाश के मेघों से पानी का बरसना, बारिस, बरसात।
- उदा.--करि पांण सुतांण कमांण कसै। वरसांण सरांण तणा वरसै।
3.बरसात का मौसम, वर्षा ऋतु। पर्या.--बरसण, ब्रस्टी।
4.किसी चीज का अधिक मात्रा में ऊपर से गिरना, वृष्टि। क्रि.प्र.--करणी, होणी।
5.लगातार चलने वाला कोई क्रम, बौछार। क्रि.प्र.--आणी, पड़णी, होणी।
6.किसी वस्तु की बहुतायत होने की अवस्था
रू.भे.
बरखा, बरसा, बरिखा, बिरक्खा, बिरखा, वरखा, वरिक्खा, वरिखा।