सं.स्त्री.
सं.
अनाज पीसने की चक्की के चारों ओर का वह घेरा जिसमें पीसा हुआ आटा गिरता रहता है।
3.कर, टैक्स।
- उदा.--दांण पूंछी हल मोल भाग भेट तलारक्षक वद्धापन मलवरक बल चंचा चारिका गढ़ वाटी छत्र आलहण थोटक कुमारादि सुखड़ी इति क्रमेणास्टादसा करा जाता।--व.स.
5.देखो 'बाटी' (रू.भे.)
- उदा.--तदनंतर लाडता लडसडता इसा पुण्यवंत, लीला कांमदेव जिसा, ओरागिवा बइठां। तदनंतरु त्राट वाटां वाटौ कचोलां कचोलवटी सीप सूनवटी प्रगुणी हुई।--व.स.