सं.पु.
सं.
1.धृतराष्ट्र के सौ पुत्रों में से एक, जिसका वध भीम ने किया था।
2.भारतीय युद्ध में कौरव पक्ष का एक केकय-राजकुमार जिसका वध सात्यकि द्वारा किया गया था।
3.अवंती देश के राजा जयसेन एवम् वसुदेव की बहिन राजाधिदेवी के दो पुत्रों में से एक पुत्र। वि.वि.--इसके कनिष्ठ भ्राता का नाम अनुविंद एवं एक बहिन का नाम मित्रविंदा था। यह दुर्योधन एवं जरासंध का पक्षपाती था। इसकी बहिन का विवाह दुर्योधन से होना तय हुआ था मगर इसकी बहिन की इच्छानुसार श्रीकृष्ण ने मित्रविंदा से विवाह किया। भारतीय युद्ध में यह एक अक्षौहिणी सेना के साथ कौरव पक्ष में सम्मिलित हुआ था तथा यह दश रथियों में से एक था। अपने दक्षिण दिग्विजय के समय सहदेव ने इसे जीता था। अन्त में यह अर्जुन द्वारा मारा गया।
4.देखो 'बींद' (रू.भे.)
- उदा.--1..सत के 'सोनागिर' वाचा हरिचंद। साच के अजातसत्र गात रति विंद।--रा.रू.
- उदा.--वरै रंभ बैसि रथां विंद। अधौअध राज लियै सुरइंद।
- उदा.--3..विंदया भद्रा गोपियांविंद। आरती करै ऊपरा इंद।--पी.ग्रं.
- उदा.--4..नर नरिंद अणनिंद, विंद बांकिम्म वीर वर। सुत सुरिंद हरचंद, कंद काढण केवी हर।--गु.रू.बं.
2.देखो 'बूंद' (रू.भे.)
- उदा.--निज रोस रु ध्वेस से कांम नहीं, उर हांम आरांम हरांम नहीं। गरबै स्तुति निंद समांन गिनें, हरवै न बनें नहिं विंद हनें।--ऊ.का.
3.देखो 'बिंदु'(रू.भे.)
- उदा.--जाय हिमाळै गळत जिंद, उलटि राखत नाद विंद। कोटि गउ दिज दांन देत, मरत कासी मुगति खेत।--अनुभववांणी
4.देखो 'बिंदी' (मह., रू.भे.)