सं.स्त्री.
सं.
1.रोग, बीमारी। (ह.नां.मा.)
4.कष्ट, दु:ख।
- उदा.--1..आखरी लाख मांनै न औ, खाक करी मम खाल री। कुण सुणै साल मोटी कथा, हाय व्यथा मौ हाल री।--ऊ.का.
- उदा.--2..कहती संकूं मन व्यथा, बिन कहियां तन ताप। मौ जोबन मैमत हुवौ, विरहण करै विलाप।--अज्ञात
- उदा.--3..नहिं सही जाय जद ह्वै निडर, कही जाय मोटी कथा। बय बखत अमोलक ह्वै व्रथा, विमळ हियै खोटी व्यथा।--ऊ.का.
5.विकलता, व्याकुलता, परेशानी।
6.पीड़ा, वेदना, दर्द।
- उदा.--1..दादू सिर करवत बहै, अंग परस नहिं होइ। मांहि कलेजा काटियै, यहु व्यथा न जांणै कोइ।--दादूबांणी
रू.भे.
बिथा, ब्यथा, विथ, विथा।