सं.स्त्री.
सं.शटा
1.शेर या घोड़े के गर्दन के बाल, अयाल।
- उदा.--1..सटा न मावै बाथ में, फलंग अटा गरकाब। पेख छटा सूकै पटा, सिंधुर घटा सताब।--बां.दा.
- उदा.--2..जाजुळी धाराळ नारसिंघ री सटा रौ जायौ, प्रळै काळ घटा री छटा रौ जायौ पूत। रिमांधू उथाळौ चडी रीस री रटा रौ जायौ, भालौ किनां ईस री जटा रौ जायौ भूत।--सूरजमल मीसण
2.साधु-संन्यासियों के शिर के बाल। (डिं.को.)
4.देखो 'छटा' (रू.भे.)
- उदा.--लटा लूंब दुम बन लता, कुस सटा चहुकोर।उदीपण भूखण अटा, घटा मोर घण घोर।--क.कु.बो.