वि.स्त्री.
1.पतिव्रता, सती।
2.सत्य का आचरण और पालन करने वाली। सं.स्त्री.--
1.शांतनु राजा की पत्नी जो चित्रांगद एवं विचित्रवीर्य की माता थी। वेदव्यास इसी के पुत्र ेि। इसे काली, मत्स्यगंधा, गंधवती, योजनगंधा, गंधमकाली आदि नामों से पुकारते हैं।
- उदा.--1..इसीय वाचच गयणह पडी, तउ मइं लिद्ध कुमारि। सत्यवती नांमि हुसिए, संतणधर नारि।--सालिभद्र सूरि
- उदा.--2..गाधि राजा की कन्या एवं जमदग्नि ऋृषि की माता जो विश्वामित्र की बहिन थी।
3.अगस्त्य पत्नी लोपमुद्रा का नामांतर।
5.त्रिशंकु की पत्नी व हरिश्चन्द्र की माता केकय राजकुमारी।