HyperLink
वांछित शब्द लिख कर सर्च बटन क्लिक करें
 

सरि  
शब्दभेद/रूपभेद
व्युत्पत्ति
शब्दार्थ एवं प्रयोग
सं.पु.
1.आर्यागीति या खंधाण (स्कंधक) नामक गाहा का भेद विशेष। (पि.प्र.)
2.लालट पर सिदूर, कुकुमादि से की जाने वाली सीधी खड़ी रेखा, तिलक।
  • उदा.--नलवटि करइ सरि सींदूर, ऊगटि केसर नइ कपूर। करणी वेलि अंबोड़ा भरइ, भमर गूंजारव सरवर करइ। (प्राचीन--फागु संग्रह) सं.स्त्री,
2.नदी, सरिता।
  • उदा.--1..सरि--धारां बहुणा सकौ, नहचै नरकां जाय। चढ धारां चंद्रहास री, सूरा सरग सिधाय।--रैवतसिंह भाटी
  • उदा.--2..त्रिगवी सरु रहावियउ, सरि गंगा आंणी। कउतिगु दाखीउ कउरबांह, पीउ पायु पांणी।--सालिभद्र सूरि
1.समान, तुल्य।
  • उदा.--1..इ्रखै पित मात एरिया अवयव, विमळ विचार करै वीवाह। सुन्दर सूर सीळ कुळ करि सुध, नाह किसन सरि सूझै नाह।--वेलि.
  • उदा.--2..मावीत्र म्रजाद मेटि बोलै मुखि, सुवरन कौ सिसुपाळ सरि। अति अंबु कोपि कुंवर ऊफणियौ, वरसाळू वाहळा वरि।--वेलि.
2.देखो 'सरीर' (रू.भे.)
  • उदा.--मुरधर थया वधांमणा, गौ सरि खार विकार। खटरस भोजन बांमणां, घर पर मंगळाचार।--रा.रू.
3.देखो 'सर' (रू.भे.)
  • उदा.--1..खुंपु भराविउ जाइ कुसमि कसतूरी सारी, सीमंतइ सिदूररेह मोती सरि सारी।--राजसेखर सूरि
  • उदा.--2..तउ कुमर निच्छयं जणणि जांणेवि, ढणहण नसणि नीर झरंती। करिन तं वच्छ जं तुज्झ मण भावए, अज्छए गदगद सरि मणती।--एं.जै.का.सं.
  • उदा.--3..राति सखि इणि ताल मइं, काइज कुरळी पंखि। उवै सरि हूं घटि आपणइ, बिहूं न मेळौ अखि।--ढो.मा.
  • उदा.--4..हरिणाखी कठ अंतरिख हूंती, बिंब रूप प्रगटी बहिरि। कळ मोतियां सु सरि हरि कीरति, कठं सरी सरसती किरि।--वेलि.
  • उदा.--.नरइंद 'अभौ' नवकोट नाथ सरि करण सतरि धरवर समाथ। अहमंद नयर खाटण अनूप, रस वीर प्रगट घट विकट रूप।----रा.रू.रू.भें. सरी, सरीस।
(सं.सरि:)
वि.--


नोट: पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस संकलित वृहत राजस्थानी सबदकोश मे आपका स्वागत है। सागर-मंथन जैसे इस विशाल कार्य मे कंप्युटर द्वारा ऑटोमैशन के फलस्वरूप आई गलतियों को सुधारने के क्रम मे आपका अमूल्य सहयोग होगा कि यदि आपको कोई शब्द विशेष नहीं मिले अथवा उनके अर्थ गलत मिलें या अनैक अर्थ आपस मे जुड़े हुए मिलें तो कृपया admin@charans.org पर ईमेल द्वारा सूचित करें। हार्दिक आभार।






राजस्थानी भाषा, व्याकरण एवं इतिहास

Project | About Us | Contact Us | Feedback | Donate | संक्षेपाक्षर सूची