सं.पु.
अ.शहर
1.मनुष्यों की वह बस्ती जो कस्बे से बड़ी हो तथा जहाँ पक्की इमारतें और बड़ा बाजार हो, नगर। (डिं.को; ह.नां.मा.)
- उदा.--1..सहर अजैपुर जोधपुर, सोबै राख जवन्न। पूठ अकब्बर वाहरां थयौ विखधर मन्न।--रा.रू.
- उदा.--2..हुंकळै तुरां धैधिंगरां हारहर, सहर पाधर करण काज साका। पाखरां घरर 'गजबंध' रा पाटपत, थरर पढपत गढां पांण थाका।--खेतसी लाळस
रू.भे.
सहैर, सैर, सै'र। अल्पा;--सेरड़ौ। (अ.)
3.देखो 'सेहर' (रू.भे.)
- उदा.--करै राड़ड अध्रयांमणी 'अभै' जोगी कियां, जकैनह सांमणी तीज जांणैं। दमकती दांमणी देख सहरां दिसा, याद कर कांमणी सोच आंणै।--बखतौ खिड़ियौ