सं.पु.
सं.सप्त
1.पांच और दो का योग।
2.पांच और दो के योग की संख्या जो इस प्रकार लिखी जाती है--7
- उदा.--दोय प्रकार का काइब रूप च्यार प्रकार की बांणी। सात प्रकार का सर च्यार सूं लेकै चढावै। आठमै सरकी झपट पर वै चौरासी बंध रूपकौं कै सरिजणहार।--सू.प्र.
1.पांच और दो के योग के समान।
2.सत्य, सच।
- उदा.--धरण एक धारणा, पार परमोद अपंपर। सात बाच संजमी, बांहन करै भागलपर।--पा.प्र.