सं.पु.
सं.
1.एक प्रकार के गण देवता जिनकी संख्या बारह है--मन, मंता, प्राण, नर, अपान्, वीर्यवान, विनिर्भय, नय, दंस, नारायण, वृष और प्रमुंच। वि.वि.--पुराणानुसार ये दक्ष प्रजापति की पुत्री साध्या व धर्म के संसर्ग से उत्पन्न हुए थे।
2.ज्योतिष शास्त्र के 27 योगों में से एक। (ज्योतिष)
3.एक सद्गुण जिसमें तीन नेत्रों वाले 84 करोड़ रुद्रोपासक समाविष्ट थे।
4.गुरु से लिए जाने वाले चार प्रकार के मंत्रों में से एक। (तंत्र)
6.चाक्षुक मनु के पुत्रों में से एक। वि.--
2.जिसकी चिकित्सा की जा सके।