सं.पु.
सं.
1.सौभाग्यवती स्त्रियों के मांग में भरने का एक लाल रंग का चूर्ण जो ईंगुर को पीस कर तैयार किया जाता है। (डिं.को.) वि.वि.--हनुमान, गणेश आदि देवताओं की मूर्तियों पर यह घी या तेल मिला कर चढ़ाया जाता है।
- उदा.--1..दाढी रंग उज्जळ भाळ सिंदूर, प्यालां मतवाळ नसौ भरपूर।--मे.म.
- उदा.--2..जिकां काट मांजिया, छांट उजळ जळ छोळां। रचि सिंदूर चितरांम, चरचि आंनन रंग चोळां।--मे.म.
2.देखो 'सिंधुर' (रू.भे.) (नां.डिं.को.)
रू.भे.
संदूर, सींदूर, स्यंदूर।