सं.स्त्री.
सं.शिर
1.रक्त वाहिनी नाड़ी, खून की छोटी नली, धमनी, रग। (डिं.को.)
- उदा.--घटि घटि घण घाउ घाइ घाइ रत घण, ऊंच छिछ ऊछळै अति। पिड़ि नीपनौ कि खेत्र प्रवाळी, सिरा हंस नीसरै सति।--वेलि.
विशेष विवरण:-प्राणी के शरीर में रक्त शिराऐं जाल के समान गुंथी हुई होती है। मानव शरीर में आठ रक्त शिराऐं प्रमुख मानी जाती है जिन्हें आठों दिशाओं के स्वामियों के नाम से जाना जाता है यथा--आग्नेयी, ऐन्द्री, महाशिरा इत्यादि।