सं.पु.
सं.सु+राग
1.अतयन्त गाढ़ा प्रेम।
- उदा.--यौं घ्रिताची यौ प्रयाग सुराग रचाया।--वं.भा.
2.किसी गुप्त बात, रहस्य या किसी की वास्तविकाता को जानने का सूत्र, इशारा, संकेत।
- उदा.--उण गवाड़ी रौ भेद जांणण सारू मांय रा मांय घणाई तड़फा तोड़ता पण भेद रौ सुराग लगावण सारू डरता घणा।--फुलवाड़ी
3.पांव का चिन्ह, खोज, निशान।