सं.पु.
सं.
1.संतान होने पर घर या परिवार में होने वाला अशौच, प्रसूतिका-अवधि, जम-सूतक, जनन अशौच।
- उदा.--1..तीस दिन सूतक, पांच रुतवंती न्यारौ, सेरौ करौ स्नांन, सीख, संतोख सुच प्यारौ।--जांभौ
- उदा.--2..गायां नै गिरमास ठिकांणौ चोड़ै ठायौ। सूवै सूतक सुधी, तळै छिंगास विसायौ।--दसदेव
2.सूर्य या चन्द्रग्रहण के समय की कुछ घंटों पूर्व की अवधि, ग्रहण अशौच।