सं.पु.
सं.हर्ष
1.आनन्द, खुशी, प्रसन्नता।
- उदा.--गिउ कौरवाधिपति सैन्य समस्त हारी, गिउ पारथ उत्तर सहित मनु हरस भारी।--सालिसूरि
2.उत्फुल्लता, प्रफुल्लता, रोमांच।
3.संयोग श्रृंगार के अन्तर्गत साहित्य में एक संचारी भाव जिसमें प्रसन्नता के कारण रोएं खड़े होने या चेहरे पर कुछ पसीना आने की क्रिया होती है।
4.धर्म के तीन पुत्रों में से एक।
रू.भे.
हरक, हरक्क, हरक्ख, हरख, हरख्ख, हरिख, हरिखि, हरिस, हरीख।