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हरियाळी, हरियाली  
शब्दभेद/रूपभेद
व्युत्पत्ति
शब्दार्थ एवं प्रयोग
सं.स्त्री.
1.हरे-भरे वृक्ष, पौधों या वनस्पतियों का समूह।
  • उदा.--1..वधज्यौ, कड़वा नीम ज्यूँ, वीरा वधज्यौ, ओ हरियाळी री दूब, वधावौ जी म्हांरै घर आवियौ।--लो.गी.
  • उदा.--2..मटकियां में पांणी जम जातौ। पांनां माथै पड़ी ओस रौ कथीरियौ बण जातौ। नित री कंपकंपी सूं हरियाळी पीळी पड़गी।--फुलवाड़ी
2.हवा घास, दूब।
  • उदा.--सूखी अर पांगळी नदियां नै पगां हलारै। सूखा में हरियाळी उगावै फूलां रा मांडणां मांडै। धांन निपजावै।--फुलवाड़ी
3.पेड़-पौधों, घास व वनस्पतियों की प्रस्फुटित, पुष्पित-पल्लवित होने की अवस्ता या दशा।
  • उदा.--बाजरियां हरियाळियां, बिचि बिचि बेलां फूल। जउ भरि बूठउ भाद्रवउ, मारू देस अमूल।--ढो.मा.
4.आर्द्रता, गीलापन, नमी, सूखे का विपर्याय।
5.हरापन।
  • उदा.--पीलू पीयुस सनै, ऊजळी छिब उणियारै। जांणै वणै अंगूर, झळक हरियाळी सारै।--दसदेव
6.पावस, वर्षा।
  • उदा.--च्यारइ पासइ घण घणउ, वीचळि खिवइ अगास। हरियाली रूति तउ भली, घर संपति पिउ पास।--ढो.मा.
7.लाक्षणिक अर्थ में आनन्द, खुशहाली।
रू.भे.
हरिआळी, हरीआळी, हरीआली, हिराळी।


नोट: पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस संकलित वृहत राजस्थानी सबदकोश मे आपका स्वागत है। सागर-मंथन जैसे इस विशाल कार्य मे कंप्युटर द्वारा ऑटोमैशन के फलस्वरूप आई गलतियों को सुधारने के क्रम मे आपका अमूल्य सहयोग होगा कि यदि आपको कोई शब्द विशेष नहीं मिले अथवा उनके अर्थ गलत मिलें या अनैक अर्थ आपस मे जुड़े हुए मिलें तो कृपया admin@charans.org पर ईमेल द्वारा सूचित करें। हार्दिक आभार।






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