सं.पु.
अ.हल्क
1.गले की नली, कंठ।
6.चहल-पहल।
- उदा.--काचौ देह तणौ कमठांणौ, पड़तां नह लागै पलक। दुनिया तणी निहली दोलत, हठवाड़ा वाळी हलक।--बां.दा.
7.कुसुम, फूल। (अ.मा., ह.नां.मा.)
9.सुन्दरता, शोभा।
- उदा.--1..पेख्यां हलक हिमाळ सारस-बार पयांणै। कोंच-रंघ्र अखियात, पारस कीरत आंणै।--मेघ
- उदा.--2..जोधांणौ जसराज रौ, खूबी करै खलक। खाणा पीणा गांठ रा, जोवण री बडी हलक।--अज्ञात
11.देखो 'हलकौ' (रू.भे.)
- उदा.--1..हस्ती थै लाई जौ कजळी देस रौ। हस्तियां रै हलक पधारजौ रे तोरै आवजौ।--लो.गी.
- उदा.--2..नगर हलक हालै नर नारी, घर धंधौ छोड़ै परवारी। मिळ तांजूं दी सीख उमंग।--र.रू.