सं.स्त्री.
सं.
1.भाटी वंश की एक शाखा।
2.शराब, मदिरा। (अ.मा.)ु.--
1.हुवै धत्त लोहित्त मैमत्त
हाला, नसा रा किसा पार सूळां निवाला। मधू-मास आसोज मैं रास मंडै, तिहूं लोक री डोकरी तेथि तंडै।--मे.म.।
- उदा.--2..घोदा सवाल ऐहिज घणा, चांपर कर सागै चडण। मैं चढै पीठ डालामथै, लै हाला आई लड़ण।--मे.म.