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हुतोज, हुतौ
शब्दभेद/रूपभेद
व्युत्पत्ति
शब्दार्थ एवं प्रयोग
क्रि.वि.
1.'है' का भूत कालिक, था।
उदा.--
1..'जबौ' सीगरोत, सींगट जगरांम, जगरांम जवणसीओत। तिण 'जबै' वीदैजी नूं नारेळ मेलियौ, बेटी परणाई। सु 'जबौ' मायाधारी ठाकुर
हुतौ
नै भायां सूं वडौ वैर। ताहरां राव वीदै नूं परणायौ।--नैणसी
उदा.--
2..सपत पंयाळ न सात समंद, दसै द्रगपाळ न चंद दुडिंद। सुमेर न सेस पहल्ला सोज,
हुतोज
हुतोज हुतोज हुतोज।--ह.र.
उदा.--
3..सींधळ रांणा री चाकरी करतौ। चाकर थकौ नै कायलांणै बसतौ। सु नरबद रूण रा सांखळां रै परणीयौ
हुतौ
। सु सुपीयारी नरसिंध री बैर तिण री बहन नुं नरबद परणीजै।--नैणसी
उदा.--
4..पिता रौ हुकम सुन चौगुणा पाळियौ, बजाया धरा लै खरा वाजा।
हुतौ
राजी तरै हेक राजा हुतौ, रीसीयौ साहतौ विनै राजा।--द.दा.
नोट:
पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस संकलित वृहत राजस्थानी सबदकोश मे आपका स्वागत है। सागर-मंथन जैसे इस विशाल कार्य मे कंप्युटर द्वारा ऑटोमैशन के फलस्वरूप आई गलतियों को सुधारने के क्रम मे आपका अमूल्य सहयोग होगा कि यदि आपको कोई शब्द विशेष नहीं मिले अथवा उनके अर्थ गलत मिलें या अनैक अर्थ आपस मे जुड़े हुए मिलें तो कृपया admin@charans.org पर ईमेल द्वारा सूचित करें। हार्दिक आभार।
राजस्थानी भाषा, व्याकरण एवं इतिहास
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